देश में पांच ऐसी सबसे महंगी लक्झरी ट्रेन हैं जो पांच सितारा होटलों जैसा सुख और आराम के साथ आपको देश के कोने कोने की सैर कराती हैं। इन ट्रेनों की लक्झरी का आनंद लेने भारत के साथ साथ दुनिया के अलग अलग हिस्सों के अमीर लोग इनमें अपनी बुकिंग कराते हैं। तो आईये जानते हैं इन ट्रेनों के बारे में। इन ट्रेनों के नाम हैं Golden Chariot, Deccan Odyssey, Palace On Wheels, Maharaja Express और महापरिनिर्वाण एक्सप्रेस।
ये पुरस्कार विजेता ट्रेनें पूर्वनिर्धारित यात्रा कार्यक्रमों के माध्यम से यात्रियों को भारत के विभिन्न कोनों में ले जाती हैं।
इन ट्रेनों के चलने का मेन सीजन अक्टूबर से मई तक होता है। इस दौरान आप या तो इन ट्रेनों के पहले से निर्धारित मार्गों पर अथवा अपनी पसंद के हिसाब से ट्रेवल करने के लिए एक सप्ताह के पैकेज पर पूरी ट्रेन बुक करने का विकल्प भी होता है। आप चाहें तो दो-तीन दिनों के लिए पूरी ट्रेन बुक कर सकते हैं। औसतन, एक ट्रेन में लगभग 41 कमरे होते हैं, साथ इसमें भोजन, बैठने उठने की जगह, फिटनेस एरिया आदि की भी व्यवस्था होती है।
ढाई करोड़ में पूरी ट्रेन
आप चाहें तो इनमें से किसी भी ट्रेन को पूरा का पूरा अपने लिए बुक कर सकते हैं। बस आपको एक हफ्ते की सवारी के लिए आपको लगभग 2.5 करोड़ रूपये खर्च करने होंगे।
हालांकि किराए को लेकर कोई एक फाइनल एमाउंट पर आने के लिए बहुत सी बातों को देखना होता है। किंतु मौटे तौर पर देखा जाए तो 60 मेहमानों तक के लिए एक पूरी लक्जरी ट्रेन बुक करने की औसत लागत 50 लाख रुपये प्रति रात आती है। और यदि सात दिन का पूर्वनिर्धारित टूर पैकेज हो तो यह लागत घटकर 2.5 करोड़ रुपये तक आ सकती है। इसमें घूमने फिरने की जगहों पर रूकने के लिए आवास, भोजन और गाइड की व्यवस्था शामिल हैं। यदि आप चाहें तो आप टूर को अपनी आवश्यकता के अनुसार भी प्लान करवा सकते हैं। मेनू को बदल सकते हैं, यात्रा कार्यक्रम को भी बदला जा सकता है, और महाराजा एक्सप्रेस को छोड़कर सभी ट्रेनों को किसी खास मौके के लिए सजवाया जा सकता है। इन सभी ऐड-ऑन के चार्जेस आपको अलग से देने होंगे। जहां तक ट्रेन टैरिफ की बात है इसका 60% हिस्सा भारतीय रेलवे को जाता है, जबकि बाकी ट्रेन चलाने वाले संगठनों को।
सामान्यतः मूल किराया और टैक्स विभिन्न मौसमों के दौरान एक समान रहते हैं, यही कारण है कि मानक यात्रा कार्यक्रमों के लिए टैरिफ पूरे वर्ष अपरिवर्तित रहते हैं। हालाँकि, यदि यात्री अपना स्वयं का मार्ग बनाते हैं, तो वे जिन स्थानों पर जाने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए अलग-अलग अधिभार के आधार पर किराया बदल सकता है।