बैंगलोर : कंस्ट्रक्शन उपकरण बनाने वाली देश की प्रमुख कंपनी सैनी इंडिया ने भारत में
30,000-मशीनों की डिलीवरी का आंकड़ा पार करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह उपलब्धि
भारतीय बाजार में उच्च गुणवत्ता, विश्वसनीय और नए उपकरण पेश करने की सैनी इंडिया की प्रतिबद्धता को
दर्शाती है।
सैनी इंडिया दो दशकों से ज्यादा समय से भारतीय कंस्ट्रक्शन मशीनरी इंडस्ट्री में प्रमुख कंपनी बनी हुई है।
इसने भारत और दक्षिण एशिया में 42 डीलरों और 260 से अधिक कस्टमर टचप्वाइंट के बढ़ते नेटवर्क का
सफलतापूर्वक विस्तार किया है। सैनी इंडिया की सड़क निर्माण, खनन, बुनियादी ढांचे और रियल एस्टेट सहित
इंडस्ट्री के सभी सेक्टर्स में मजबूत पहुंच है। सैनी इंडिया के उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला में एक्सकैवेटर (खुदाई में
काम आने वाली मशीनें), ट्रक-माउंटेड क्रेन, सभी इलाकों और उबड़-खाबड़ इलाके में काम करने वाली क्रेन,
क्रॉलर क्रेन, पाइलिंग रिग, डंप ट्रक, पोर्ट मशीनरी, ट्रांजिट मिक्सर, बैचिंग प्लांट, बूम पंप, ट्रेलर पंप, मोटर
ग्रेडर और पेवर्स शामिल हैं। इनके अलावा कंपनी मिलिंग मशीन, कॉम्पैक्टर्स, रीच स्टेकर, रबर टायर वाली
गैन्ट्री क्रेन, रेल-माउंटेड गैन्ट्री क्रेन, विंड टरबाइन जनरेटर आदि का भी निर्माण करती है।
इस मौके पर सैनी और कंपनी के साउथ एशिया कारोबार के प्रबंध निदेशक, श्री दीपक गर्ग ने कहा, “भारत भर
में 30,000 मशीनों की आपूर्ति का आंकड़ा पार करना हमारे लिए गर्व की बात है। यह बड़ी उपलब्धि घरेलू
कंस्ट्रक्शन मशानरी बाजार के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। हम आगे विकास की
संभावनाओं से भरपूर भविष्य की उम्मीद करते हैं। उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारे मिशन के मूल में
बनी हुई है, जो हमें लगातार अपने स्वयं के मानकों से बेहतर प्रदर्शन करने और अपने ग्राहकों को असाधारण
वैल्यू प्रदान करने के लिए प्रेरित करती है। हम अपनी यात्रा के अगले अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं, हम उन
मूल्यों को कायम रखते हुए इनोवेशन जारी रखने, कारोबार को आगे बढ़ाने और इंडस्ट्री स्टैंडर्ड को फिर से
परिभाषित करने का संकल्प लेते हैं, जिन्होंने हमें इस उपलब्धि के लिए प्रेरित किया है”।
उन्होंने आगे कहा, “हमें नए भारत का निर्माता” के रूप में पहचाने जाने पर गर्व है। सैनी की 30,000 से अधिक
मशीनें देश भर में हर बड़ी और छोटी इंफ्रा परियोजना में सक्रिय रूप से योगदान दे रही हैं। हम केवल भागीदार
नहीं हैं; हम भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर के केंद्र में हैं। यह स्टेटमेंट राष्ट्र की प्रगति को आकार देने में हमारी केंद्रीय
भूमिका को दर्शाता है। उत्कृष्टता और इनोवेशन के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के माध्यम से, हमें भारत के
इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान जारी रखने की अपनी क्षमता को लेकर पूरा भरोसा है। हम
अपने ग्राहकों द्वारा हम पर दिखाए गए विश्वास और समर्थन के लिए बहुत आभारी हैं। हम गुणवत्ता,
विश्वसनीयता और प्रदर्शन के उच्च स्तर के साथ उन्हें अपनी सेवाएं देते रहेंगे।”
सैनी इंडिया अपनी स्थापना के बाद से ही ‘वोकल फॉर लोकल’ की रणनीति पर कायम है। स्थानीय उत्पादन
पर जोर देकर, कंपनी लागत कम करने और सप्लाई चेन को सुव्यवस्थित करने का प्रयास करती है, जिससे
ग्राहकों के लिए पर्यावरण-अनुकूल उपकरण सस्ते में उपलब्ध हो जाते हैं। वर्तमान में, कंपनी ने 40 फीसदी की
लोकलाइजेशन रेट हासिल कर ली है, अगले 3-5 सालों के अंदर इसे 75 फीसदी तक बढ़ाने का महत्वाकांक्षी
लक्ष्य है। यह रणनीतिक पहल न केवल लागत-संबंधी चुनौतियों का समाधान करती है, बल्कि स्थिरता के प्रति
सैनी की दृढ़ प्रतिबद्धता के अनुकूल भी है। इसके अलावा, सैनी ने अनुसंधान और विकास में भी पर्याप्त निवेश
किया है ताकि इसके उत्पाद तकनीकी नवाचार में सबसे आगे रहें।